भारत का सबसे बड़ा झूठ
"शुन्य का आविष्कार पांचवी सदी मेँ आर्यभट्ट ने किया"
ये सबसे झूठी बात है..!!
'त्रेता मेँ रावण के 10 सिर' बिना शुन्य के कैसे गिन लिये थे..??
..कह दो कि आर्य भट्ट ने शुन्य का आविष्कार नहीँ किया था.. नहीँ तो आपकी हजारोँ वर्ष पुरानी रामायण महाभारत झूठी साबित हो जायेगी.!
महाभारत पांचवी सदी मेँ लिखी मानी जायेगी भीया
क्योँकि कौरव भी 100 भाई थे और 100 मेँ तो दो शुन्य आते है जिनका आविष्कार पाँचवी सदी मेँ महान गणितज्ञ आर्यभट्ट जी ने किया..!!
दो झूठ एक साथ कैसे चल सकते है कड़वी सच्चाई यही है कि रामायण महाभारत पांचवी सदी के बाद ही लिखी गयी थी और तब तक आर्यभट्ट जी द्वारा शुन्य का आविस्कार हो चुका था..!!
आपके त्रेता फ्रेता सब झूठ है बहुजन समाज की पढाई पर पाबंदी लगाकर आपने बेसिर पैर की हाँक दी अब नहीँ चलेगा पाखंड क्योँकि अब हम शिक्षित है झूठ पकड़ लेते है
"शुन्य का आविष्कार पांचवी सदी मेँ आर्यभट्ट ने किया"
ये सबसे झूठी बात है..!!
'त्रेता मेँ रावण के 10 सिर' बिना शुन्य के कैसे गिन लिये थे..??
..कह दो कि आर्य भट्ट ने शुन्य का आविष्कार नहीँ किया था.. नहीँ तो आपकी हजारोँ वर्ष पुरानी रामायण महाभारत झूठी साबित हो जायेगी.!
महाभारत पांचवी सदी मेँ लिखी मानी जायेगी भीया
क्योँकि कौरव भी 100 भाई थे और 100 मेँ तो दो शुन्य आते है जिनका आविष्कार पाँचवी सदी मेँ महान गणितज्ञ आर्यभट्ट जी ने किया..!!
दो झूठ एक साथ कैसे चल सकते है कड़वी सच्चाई यही है कि रामायण महाभारत पांचवी सदी के बाद ही लिखी गयी थी और तब तक आर्यभट्ट जी द्वारा शुन्य का आविस्कार हो चुका था..!!
आपके त्रेता फ्रेता सब झूठ है बहुजन समाज की पढाई पर पाबंदी लगाकर आपने बेसिर पैर की हाँक दी अब नहीँ चलेगा पाखंड क्योँकि अब हम शिक्षित है झूठ पकड़ लेते है